बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने दिलों को झकझोर दिया था. बिहार के समस्तीपुर के एक किसान ने गोभी की फसल की कीमत 1 रुपये प्रति किलो मिलने की वजह से अपनी खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला दिया था. अब उसे दूसरे राज्य में अपनी फसल का 10 गुना दाम मिला है. गदगद किसान ने कहा कि अब वो कृषि कानून के फायदे सबको बताएगा.
मैंने अपने विभाग के कॉमन सर्विस सेण्टर को निर्देश दिया कि इस किसान से संपर्क कर इनकी फसल को देश के किसी भी बाज़ार में उचित मूल्य पर बेचने का प्रबंध किया जाये। @CSCegov_ के डिजिटल प्लेटफॉर्म ई-किसान मार्ट पर इस किसान को दिल्ली के एक खरीदार ने दस रूपये प्रति किलो का मूल्य ऑफर किया। pic.twitter.com/S21ZHkeNHM
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) December 16, 2020
गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चलाने वाले किसान ओम प्रकाश यादव ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से बात करते हुए कहा, ‘CSC के जरिए मेरी फसल ठीक दाम पर बिक गई. हालांकि अभी पूरी फसल नहीं बिकी है, सिर्फ 4 टन माल बिका है.’ इस पर रविशंकर प्रसाद ने किसान से कहा- ‘अभी तो यह शुरुआत है. आगे भी आपकी फसल बिकेगी.’
अब @narendramodi सरकार के नए कृषि कानूनों ने किसान को अपनी फसल कहीं भी बेचने की आज़ादी दे दी है। बिहार का ये किसान जिसे स्थानीय मंडी में मिल रहे दाम से निराश हो कर अपनी फसल नष्ट करने पर मजबूर होना पड़ा था, अब स्थानीय दाम से दस गुना अधिक दाम पर दिल्ली में अपनी फसल बेच पाया है। pic.twitter.com/PdF28aRsYt
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) December 16, 2020
रविशंकर प्रसाद ने समस्तीपुर के मक्तापुर गांव के किसान से आग्रह किया कि आप अपने इस अनुभव को बाकी किसानों के साथ शेयर कीजिए. उनको बताइए कि नए कानून की वजह से समस्तीपुर की गोभी अच्छे दाम पर दिल्ली में बिक गई. रविशंकर प्रसाद के आग्रह पर किसान ने कहा- ‘ठीक है मैं बाकी लोगों को भी इस बारे में बताऊंगा.’
दरअसल रविशंकर प्रसाद ने खबर के संज्ञान में आने के बाद अपने विभाग के कॉमन सर्विस सेंटर को निर्देश दिया कि वे किसान से संपर्क करें और उनकी फसल को देश के दूसरे राज्य में सही दाम पर बेचने का बंदोबस्त करें. सरकार ने कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए डिजिटिल प्लेटफार्म बना रखा है. इसी प्लेटफार्म पर दिल्ली के एक खरीददार ने किसान की गोभी 10 रुपये प्रति किलो खरीदने का प्रस्तान दिया.