केंद्र सरकार (Modi Government) के कृषि बिल (Farm Bill) के खिलाफ हो रहा किसान आंदोलन (Farmers protest) अब सवालों के घेरे में हैं. सवालों के घेरे में इसलिए है क्योंकि सोशल मीडिया पर इस आंदोलन से जुड़े कई ऐसे तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं जो किसी बड़ी साजिश की तरफ इशारा कर रहे हैं. सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या किसान आंदोलन में किसानों के भेष में खालिस्तान समर्थक भी घुस आये हैं और माहौल बिगाड़ने का मौका ढूंढ रहे हैं?
सोशल मीडिया पर वायरल कई तस्वीरों में किसानों के साथ खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरावाले की तस्वीरें भी दिखी. तो एक ऐसा वीडियो भी सामने आया जिसमे एक कथित किसान कहता है इंदिरा को ठोक दिया मोदी को भी ठोक देंगे.
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक चैनल से बात करते हुए एक कथित किसान कहता है, ‘अभी हमारी सरकार के साथ एक मीटिंग है अगर उसमें कुछ हल निकलता है तो ठीक है. मीटिंग 3 दिसंबर को तय की गई है और हम तब तक यहीं पर रहने वाले हैं. अगर उस मीटिंग में कुछ हल नहीं निकला तो बैरिकेड तो क्या हम तो इनको ऐसे ही मिटा देंगे. हमारे शहीद उधम सिंह कनाडा की धरती पर जाकर उन्हें ठो’क सकते हैं तो दिल्ली कुछ भी नहीं है हमारे लिए. जब इंदिरा ठो’क दी तो मोदी की छाती भी ठो’क देंगे.’
Quite clear ISI-backed Khalistani elements have infiltrated farmers’ protest in India. Anyone bragging about assassination of Indira Gandhi & threatening PM Narendra Modi is a serious national security risk. Politics over this issue is harmful to India. pic.twitter.com/EewtzAWzBf
— Aarti Tikoo Singh (@AartiTikoo) November 27, 2020